Not known Details About Shodashi

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Inspiration and Empowerment: She is a image of toughness and braveness for devotees, specifically in the context on the divine feminine.

Goddess Tripura Sundari Devi, also referred to as Shodashi or Lalita, is depicted which has a loaded iconography that symbolizes her various characteristics and powers. Her divine sort is frequently portrayed as a beautiful youthful lady, embodying the supreme elegance and grace of the universe.

Although the specific intention or significance of the variation may vary according to individual or cultural interpretations, it may frequently be understood as an extended invocation in the put together Electricity of Lalita Tripurasundari.

Charitable acts for example donating meals and apparel into the needy are also integral into the worship of Goddess Lalita, reflecting the compassionate facet of the divine.

पद्मरागनिभां वन्दे देवी त्रिपुरसुन्दरीम् ॥४॥

This mantra retains the facility to elevate the brain, purify thoughts, and hook up devotees for get more info their greater selves. Here are the substantial advantages of chanting the Mahavidya Shodashi Mantra.

षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी का जो स्वरूप है, वह अत्यन्त ही गूढ़मय है। जिस महामुद्रा में भगवान शिव की नाभि से निकले कमल दल पर विराजमान हैं, वे मुद्राएं उनकी कलाओं को प्रदर्शित करती हैं और जिससे उनके कार्यों की और उनकी अपने भक्तों के प्रति जो भावना है, उसका सूक्ष्म विवेचन स्पष्ट होता है।

लक्ष्या मूलत्रिकोणे गुरुवरकरुणालेशतः कामपीठे

हार्दं शोकातिरेकं शमयतु ललिताघीश्वरी पाशहस्ता ॥५॥

हस्ते पाश-गदादि-शस्त्र-निचयं दीप्तं वहन्तीभिः

॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥११॥

इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।

In essence, Goddess Shodashi signifies the divine possible in just every single person, guiding them on the route of interior elegance, wisdom, and spiritual fulfillment. Her existence while in the lives of devotees inspires them to hunt harmony, exercise compassion, and solution everyday living with gratitude and humility.

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